महिला रोग एंडोमीट्रियोसिस

विभिन्न महिला रोगों में गर्भाशय की कष्टदायक महिलाओं को बहुत शारीरिक एवं मानसिक कष्ट यानि Inflammation of the Uterus की बीमारी है एंडोमीट्रियोसिस। यह शब्द एंडोमिट्री से होता है। कई महिलाएं दर्द से इतनी बेहाल हो जाती विभिन्न औषधियां, विभिन्न रोगावस्था अनुसार बना है जिसका अर्थ है गर्भाशय की भीतरी सतह हैं कि ऑफिस न जाकर'घर पर ही दर्द से परेशान निर्धारित हैं। यदि दर्द या लक्षण कम हो तो ऐन काने वाली एलेष्मिक झिल्लीरहती हैं और कोई काम नहीं कर पातीं। घर में पति दर्दनाशक दवायें देते हैं। चंकि हार्मोन्स 'महिलाओं के गर्भाशय, फेलोपियन ट्युब्स व व बच्चों से चिड़चिड़ापन और डांट फटकार करती एंडोमीट्रियासिस को नियमित चक्र प्रदान करते हैं, ओवरीज से जुड़ी ऐसी समस्या है जिसके कारण हैं। जिन्हें गर्भधारण नहीं हो पा रहा उन्हें बांझपन से इसलिये मासिक चक्र की ही तरह एंडोमीट्रियोसिस महिलाएं तेज दर्द की शिकार हो जाती है। यह सम्बन्धित तनाव हो जाते हैं और वे चिंता, डिप्रेशन, ३० समस्या किसी भी लड़की या महिला को पहली फ्रस्टेशन में घुलने लगती हैं। दर्द की स्थिति में के लक्षणों के उपचार में भी प्रोजेस्टरोन और 'माहवारी से अंतिम माहवारी तक कभी भी दो महिला पति का हाथ लगाना भी सहन नहीं करती। एस्ट्रोजन हामनि दिए जाते हैं परन्तु यह उपचार तब सकती है, भले ही उसके बच्चे हुए हो या न हुएपरिणामतः कई प्रकार की उलझनें दाम्पत्य जीवन तक काम करता है जब तक औषधि लेते रहो। ज्यों 5 में उतपन्न होती हैं। जब तक गर्भाशय में हार्मोनल ही इलाज (गोलियां) लेना बंद किया तो गर्भधारण हो(इससे पीड़ित काफी महिलाएं बच्चे पैदा करने बदलाव हो रहे हों तब तक एंडोमीट्रियोसिस होगा। की क्षमता के लौटते ही एंडोमीट्रियोसिस के लक्षण से अक्षम रहती हैं)। बच्चेदानी की Tissue जैसे ही मीनोपाज होगा, हार्मोन बनने बंद हो जाएंगें भी लौट सकते हैं। हार्मोनल इंजेक्शन के भी Lining को Endometrium कहते हैं। और उस १ और एंडोमीट्रियोसिस होना रूक जाएगा। गोलियों जैसे Side Effects होते हैं और 6 माह पर सोजिश (Inflammation) हो जाए तो उसे बहुप्रचलित पद्धति में/शल्य क्रिया काफी प्रधान से अधिक समय तक इन इंजेक्शन के सेवन से Endometriosis या Merits कहते हैं औरत के है। फिर भी इस रोग में जो भी दवा दी जाती है ओस्टियोपोरोसिस (हड़ियों के मुरमुरा एवं कमजोर शरीर में जब कोई प्रक्रिया घटती है तो कारण उसका मतलब रजोनिवृति यानि Menopause होने का रोग) होने का खतरा रहता है। फिर क्यों न हार्मोन्स ही होते हैं, चाहे ओवरी से अंडाणु का जैसी स्थिति पैदा करना है क्योंकि तभी हार्मोन्स की रोग अवस्था एवं लक्षणानुसार सुरक्षित होम्योपैथिक निकलना हो या गर्भधारण हो या न हो पर हार्मोन्स अपना काम करते रहते हैंएंडोमीट्रियोसिस की पूति = पूर्ति शरीर में कम होती है और एंडोमीट्रियोसिस औषधियों का प्रयोग करेंप्रमुख औषधियां है : । स्थिति तब पैदा होती है जब भ्रूण के अंदर बढ़ने नि * नियन्त्रण में आता है। बहुप्रचलित औषधि कोर्स एपिस मैल : डंक मारने जैसी, जलनशील दर्दै जो वाले Tissues की परत गर्भाशय से बाहर समाप्त होने पर और माहवारी नियमित होने से गा समाप्त होने पर और माहवारी नियमित होने से कि गर्मी से बढ़ती हों, छने या दवाब से भी बढ़े। है। ऐसी स्थिति तब पैदा होती है Side effect भी खत्म हो जाता है जो दवाय इस जेल्सिमियम : ऐसी पीड़ा जैसी बच्चा जन्मने जब मासिक स्राव के समय का खुन फेलोपियन रोग की साधारणतया दी जाती हैं उनके Side क Side समय होती है और नितम्ब तथा पीठ तक जाएंट्युब से बाहर निकलकर श्रोणि के दूसरे हिस्सों में Effects जैसे कि चेहरे पर बालों का उगना . बुरी खबर सुनने या Damp Weather के दौरान चिपक जाता है। आम तौर पर श्रोणि की दरारों में (HIRSUTISM), चेहरे पर दाने होना, बालों का . बढ़े और आगे को झुकने एवं खुल कर मूत्र आने पाया जाता है। यह अंडाशय पर या उसके नीचे की झड़ना और मोटापा हो सकता है। औषधियों के पर कम हो। ओर गर्भाशय के पीछे, गर्भाशय को यथास्थान अलावा Hormonal Injections भी देते हैं जिन्हें सिमिसिफ्यूगा : अंडेदानी भाग पर दर्द जो ऊपर रखने वाले Tissue पर या मलद्वार या मूत्राशय 6 माह से अधिक इस्तेमाल कराया जाए तो और पट्टों तक जाए। एक नितम्ब से दूसरे पर और पर होता है। कुछ लोग मानते हैं कि Osteoporosis के लक्षण हो सकते हैं। इन मासिक स्राव से पहले। सुबह और सर्दी में दर्द जो Endometriosis आनुवांशिक होता है। गंभीर दवाओं और Injections का लक्ष्य होता है एंडोमीट्रियोसिस होने पर ओवरसीज ट्यूब्स के रजोनिवृति के लक्षण लाना जब माहवारी कम हो गर्माइश और खाने के बाद कम होजितना अधिक 'अलावा कई बार ब्लैडर व आंत तक आपस में जाती है या बंद हो जाती है तो एंडोमीट्रियोसिस भीस्राव (Menses) हो उतनी अधिक तकलीफचिपक जाते हैं। ऐसे मुश्किल और बिगड़े Cases कम हो जाती है। आर्सेनिक एल्ब : दायीं ओर पेट तथा पेडू में, में बच्चेदानी व अंडेदानी निकालनी पड़ती है या ठण्ड और ठंडी पेय पीने और मध्यरात्रि के बाद, एंडोमीट्रियोसिस का इलाज अन्य पद्धतियों जैसेआंत व ब्लैडर को अलग करना पड़ता है। कि एक्यपंचकर, अरोमा थेरैपी, रोकी व आस्टियो सीलन वाले मौसम में दर्द बढ़े। ' एंडोमीट्रियोसिस का आम लक्षण है दर्द जो कि पैथी तथा चीनी जड़ी बटियों द्वारा भी किया जातासीपिया : जब योनि में दर्द नीचे की ओर जाएअक्सर पेट, कमर तथा निलम्ब के हिस्सों में होता * दर्द जो योनि (Vagina) से बच्चेदानी तक हो। ता है। हालांकि मुख्य प्रचलित प्रणाली चाहे इसे है। कुछ अन्य लक्षणों में अप्रजननशीलता, मासिक स्वीकार न भी करें परन्तु कई Cases हैं जिन को 1 १ नहाने और सीलन वातावरण में बायीं ओर का दर्द स्राव से पहले दाग या दो मासिक धर्म के समय के बीच खून आना, परवाना करते समय दर्द या अ " जो गर्माइश और दवाब से कम हो। अन्य प्रणालियों से भी बिना Surgical इसी प्रकार अन्य अनेक औषधियां जैसे कि मासिक धर्म के दौरान पेशाब करते समय दर्द का Intervention या पीडादायक या Side Effect ब्रायोनिया, हाइड्रोकोटाइल, टिलिया यूरोया आदि हैंएहसास होना और उस दर्द का लगातार बढ़ना। युक्त औषधियों से छुटकारा मिला। महिला रोगों ब्राया" जो रोगावस्था या लक्षणों के आधार पर दी इसके अलावा रोगिणी महिला में आंत की सूजन की चमत्कारिक चिकित्सा Homeopathy में है।